दरअसल, 82 वर्षीय यशपाल सिंह मेरठ में बागपत रोड पर महावीर हॉस्पिटल चलाते थे। हॉस्पिटल से कुछ दूरी पर ही यशपाल का धर्मकांटा भी था। परिजनों के मुताबिक यशपाल अक्सर धर्म कांटे में बने कमरे में ही सोते थे। बुधवार को तड़के करीब चार बजे परिवार के लोग यशपाल को जगाने के लिए धर्म कांटे में पहुंचे। जहां कमरे में बेड पर यशपाल का खून से लथपथ शव पड़ा देख उनके होश उड़ गए। घटना की जानकारी मिलने पर कई पुलिस अधिकारी फोर्स को लेकर फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट व डॉग स्क्वायड की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल की जांच-पड़ताल की।
घटनास्थल को देखने से लग रहा था कि कातिल ने सोते हुए ही यशपाल को गोली मार दी। जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि, यशपाल के चार बेटे हैं। जिनमें तीन बेटे उनके साथ और एक बेटा अलग रहता है। पुलिस की जांच के दौरान प्रॉपर्टी विवाद की बात भी सामने आई है। घटनास्थल से बरामद हुई सीसीटीवी फुटेज में एक युवक धर्म कांटे से बाहर निकलता दिखाई दे रहा है। जिसकी शिनाख्त का प्रयास किया जा रहा है। एसपी सिटी ने घटना के जल्द खुलासे का दावा किया। उधर, मृतक के पुत्र नरेंद्र ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ घटना की तहरीर दी है।
No comments:
Post a Comment