Tuesday, 5 October 2021

18 अक्टूबर से 17 नवम्बर तक चलेगा संचारी रोगों की रोकथाम को अभियान।

मोहल्ला निगरानी समितियों के माध्यम से कोविड व संचारी रोगों के प्रति लोगों को किया जाएगा जागरूक।

घर-घर सर्वे अभियान में होंगे आई.एल.आई,सॉरी,टी.बी.के संभावित मरीजों व कुपोषित बच्चे चिन्हित:सी.एम.ओ

आठ घर छोड़कर अगले घर में लगेगा एक स्टीकर.


मेरठ 05 अक्टूबर (चमकता युग) जनपद में आगामी 18 अक्टूबर से 1नवम्बर 2021 तक दस्तक अभियान व 18अक्टूबर से 17 नवम्बर 2021 तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जायेगा। जिसमें विभिन्न विभागों द्वारा गतिविधियां संचालित की जायेगी। अभियान को सफल बनाने के लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी ने आनलाईन बैठक कर अभियान को परस्पर विभागीय समन्वय,जनजागरूकता व जनसहभागिता के साथ सफल बनाने के लिए कहा। अभियान अंतर्गत फ्रंट लाईन वर्कर द्वारा घर-घर सर्वे अभियान में आई.एल.आई,सॉरी,टी.बी के संभावित मरीजो व कुपोषित बच्चो को चिन्हिकरण कर सूची बनायी जायेगी। सी.डी.ओ शशांक चौधरी ने कहा कि वह 11 अक्टूबर तक माईक्रोप्लान बनाकर दें। उन्होंने कहा कि अभियान को सफल बनाने के लिए जागरूकता रैली भी निकाली जाये। शहर व ग्रामीण क्षेत्रो में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था की जाये तथा जलभराव की स्थिति न हो यह सुनिश्चित किया जाये। ग्रामों में पानी की जांच भी की जाये। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.अखिलेश मोहन ने बताया कि आशा व आंगनबाडी कार्यकत्रियों द्वारा घर-घर सर्वे अभियान में कार्य किया जायेगा। उन्होने बताया कि आठ घर छोड़कर अगले घर में एक स्टीकर भी लगाया जायेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग अपने यहां स्वास्थ्य नोडल अध्यापक नामित करें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.अखिलेश मोहन ने बताया शासनादेश के अनुसार 18 अक्टूबर से 17 नवम्बर तक संचारी रोगों व दिगामी बुखार की रोकथाम के लिये अभियान चलाया जाएगा। इस बीच 18 अक्टूबर से एक नवम्बर तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। इसके लिये पूरी तैयारी कर ली गयी है। अभियान में स्वास्थ्य विभाग नोडल की भूमिका निभाएगा। अभियान में 12 विभागों को शामिल किया गया हैए जिसमें नगर निगमए जिला पंचायत,पशु पालन विभागए,कृषि विभाग,बाल विकास एवं पोषाहार विभाग,शिक्षा विभाग,सूचना विभाग,स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग,सिंचाई विभाग,नगर विकास विभाग हैं। जिला मलेरिया अधिकारी सत्य प्रकाश ने बताया अभियान में आशा व आगंनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मुख्य जिम्मेदारी दी जाएगी। प्रशिक्षित कार्यकर्ता घर-घर भ्रमण कर विभिन्न रोगों के नियंत्रण एवं उपचार की जानकारी प्रदान करने के लिये प्रचार एवं प्रसार एवं व्यवहार परिवर्तन संबंधी गतिविधियां संचालित करेंगी। इसके साथ-साथ आशा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इस अभियान के अंतर्गत कुपोषित बच्चों तथा विभिन्न रोगों के लक्षण युक्त व्यक्तियों को चिनह्ति कर उन्हें सूचीबद्ध करेंगी। उन्हें मुख्य रूप से पांच बिंदुओं बुखार,इंफ्लुएंजा,दिमागी बुखार,टीबी,कुपोषण और दिव्यांगता पर फोकस करना है। उन्होंने बताया संचारी रोग नियंत्रण अभियान में निगरानी समितियों की अहम भूमिका होगी। निगरानी समितियों के माध्यम से संचारी रोग व कोविड-19 के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया जिले के 12 ब्लॉक में अभियान के लिये आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की डयूटी लगायी जाएगी। वह मरीजों की लिस्ट तैयार कर स्वास्थ्य विभाग को सौपेंगी। अभियान में मिले मरीजों का उपचार कराया जाएगा।

आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ता पूछेंगी यह सवाल

1.क्या परिवार में किसी सदस्य को बुखार है।

2.परिवार के किसी सदस्य दो सप्ताह में खांसी व सांस लेने में दिक्कत तो नहीं हो रही।

3.परिवार में कोई ऐसा सदस्य हैए जिसे दो सप्ताह से खांसी आ रही हो या वजन कम हो गया हो।

4.क्या परिवार में किसी बच्चे के स्वास्थ्य का स्तर सामान्य से कम है।



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