मेरठ 28 नवंबर (चमकता युग) स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के सरदार पटेल सुभारती लॉ कॉलिज के पुरातन छात्र ईशांक का चयन उत्तराखण्ड न्यायिक सेवा सिविल जज (जूनियर डिविजन) के रूप में हुआ है। उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग द्वारा इस परीक्षा का आयोजन किया गया था। सुभारती लॉ कॉलिज में बी.ए.एल.एल.बी-2011 बैच के विद्यार्थी ईशांक मूल रूप से उत्तराखण्ड राज्य के निवासी हैं। उनके पिता न्यायमूर्ति सुभाष चन्द्र मेरठ में ए.डी.जे के पद पर कार्य कर चुके हैं। न्यायमूर्ति सुभाष चन्द्र बाद में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज के रूप में चुन लिए गये थे। कुछ समय पहले उन्होंने झारखण्ड हाईकोर्ट के जज का कार्यभार सम्भाला है। ईशांक की इस सफलता पर स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डा.जी.के थापलियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. शल्या राज एवं सुभारती विधि संस्थान के संकायाध्यक्ष प्रो.डा. वैभव गोयल भारतीय ने ईशांक की इस सफलता पर ईशांक व उनके पिता न्यायमूर्ति सुभाष चन्द्र व पूरे परिवार को अपनी बधाई प्रेषित की है। विदित हो कि सुभारती लॉ कॉलिज के पुरातन छात्र उत्तर प्रदेश, झारखण्ड, मध्यप्रदेश एवं उत्तराखण्ड में जज के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। सुभारती लॉ कॉलिज के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को जब यह समाचार मिला तब से हर्ष का माहौल है। पुरातन विद्यार्थियों की सफलता से वर्तमान विद्यार्थी भी प्रेरित होते हैं और अपनी लक्ष्य तक पहुँचने के लिए कठिन मेहनत करते हैं।
डा.वैभव गोयल भारतीय ने कहा कि सुभारती लॉ कॉलिज का उद्देश्य अपने विद्याथियों को कानून की शिक्षा देकर उन्हें न्यायिक सेवा से जोड़ कर देश सेवा हेतु प्रेरित करना है।
No comments:
Post a Comment