चिकित्सकों ने दंपत्ति को परिवार नियोजन के बारे में किया जागरूक।
मेरठ 21 दिसंबर (चमकता युग) जिला महिला अस्पताल समेत जनपद के समस्त सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सी.एच.सी-पी.एच.सी) पर मंगलवार को खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें तीन समूहों को प्रोत्साहित किया गया। पहले समूह में हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एच.आर.पी) वाली महिलाएं रही। इस समूह में ऐसी महिलाएं शामिल की गई जिनका प्रसव एक जनवरी 2021 के बाद हुआ है। दूसरे लक्षित समूह में एक जनवरी, 2021 के बाद विवाहित दंपति और तीसरे समूह में ऐसे दंपति को शामिल किया गया जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे हैं। इस दौरान दंपत्ति को परिवार नियोजन में प्रयोग होने वाले साधन का वितरण किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.अखिलेश मोहन ने कहा परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी, जीवन में लाएं स्वास्थ्य और खुशहाली के स्लोगन से जिले में खुशहाल परिवार दिवस हर महीने मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य है कि लोग परिवार नियोजन व परिवार नियोजन के साधनों के लिए जागरूक हों। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व परिवार नियोजन कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डा.पूजा शर्मा ने बताया खुशहाल परिवार दिवस के सफल आयोजन के लिये आशा, आंगनबाड़ी व ए.एन.एम को जिममेदारी दी गयी, जिन्होंने बखूबी अपने कार्य को अंजाम दिया। उन्होंने बताया खुशहाल परिवार दिवस पर दो बच्चों के जन्म के बीच तीन वर्ष का सुरक्षित अंतर रखने के लिए परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों की जानकारी दी गयी। महिलाओं के लिए गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा, आई.यू.सी.डी और पी.पी.आई.यू.सी.डी की सुविधा निशुल्क दी। इसके साथ ही परिवार पूरा कर चुके योग्य दंपति को परिवार नियोजन के स्थाई साधन नसबंदी अपनाने की सलाह दी गयी, जिसमें कई दंपत्ति ने इस पर अपनी सहमति दी। जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया खुशहाल दिवस पर जनपद में कंडोम, माला.एन और छाया गर्भनिरोधक गोलियां वितरित की गईं। इस दौरान परिवार नियोजन सेवाओं की जानकारी के साथ दो बच्चों के जन्म के बीच सुरक्षित तीन वर्ष के अंतर का महत्व भी बताया। दो बच्चों के जन्म के बीच सुरक्षित अंतर मां और शिशु, दोनों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
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