वसूली करते हुए मेरठ की एस.टी.एफ यूनिट ने मिलट्री अस्पताल से पकड़ा।
मेरठ 27 सितंबर (CY न्यूज) आर्मी की सिग्नल कोर हेडक्वार्टर-3 ई.डब्लू बिग्रेड पुणे में तैनात हेड कांस्टेबल भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगी कर रहा था। सूचना के आधार पर मेरठ एस.टी.एफ ने मिलिट्री अस्पताल के पास से आरोपी को धर दबोचा। उसके पास से मोबाइल फोन के अलावा सेना कार्ड, अग्निवीर भर्ती से संबंधित दस्तावेज व एक हजार रुपए बरामद किए गए। आरोपी 2009 से सेना में भर्ती है। आरोपी अब अग्निवीर भर्ती योजना अंतर्गत भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूल रहा था। जनपद मुजफ्फरनगर में चल रही अग्निवीर योजना अंतर्गत भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के बारे में एस.टी.एफ फील्ड इकाई मेरठ पर साहिल भाटी पुत्र धर्मवीर निवासी ग्राम लुहारली थाना दादरी जनपद गौतमबुद्धनगर ने उपस्थित होकर बताया, उसका भाई प्रशांत मुजफ्फरनगर में अग्निवीर की भर्ती देख रहा है। जिसको संदीप नाम का लड़का मिला, जिसने इसके भाई को तनुज नाम के एक व्यक्ति का नम्बर दिया और तनुज ने नरेश नाम के एक व्यक्ति का नम्बर दिया। जिसने इसके भाई को आर्मी में भर्ती कराने के लिए 05 लाख रुपए देने को कहा। जिसमें से ढाई लाख रुपए व हाईस्कूल की मार्कशीट सोमवार को मिलिट्री हास्पिटल मेरठ के गेट पर नरेश को दे दिया। मंगलवार को मेडिकल टेस्ट होना हैं, जिसे पास कराने के लिए नरेश ने शेष ढाई लाख रुपए देने के लिए उसे मेरठ मिलिट्री हास्पिटल के गेट पर बुलाया हैं। सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह के निर्देशन में निरीक्षक सुनील कुमार के नेतृत्व में उप निरीक्षक अरुण कुमार निगम, हेड कांस्टेबल रकम सिंह, कांस्टेबल विकास सिरोही एंव कांस्टेबल रोमिश तोमर की टीम द्वारा मिलिट्री हॉस्पिटल मेरठ के गेट के पास से नरेश कुमार पुत्र सूरजपाल निवासी ग्राम मसौता थाना मसूरी जनपद गाजियाबाद को गिरफ्तार कर लिया गया।
ठगी की कहानी, आरोपी की जुबानी:
गिरफ्तार अभियुक्त नरेश ने संक्षिप्त पूछताछ पर बताया, मैं वर्ष-2009 का आर्मी में भर्ती हूॅ तथा वर्तमान में सिग्नल कोर हेड क्वार्टर-3 ई.डब्लू ब्रिगेड पूणे में हेड कांसटेबिल के पद पर तैनात हूँ। मैं अपने भाई सौरभ व तनुज पुत्र मलयबीर निवासी 289 ग्राम मोरपुर जनपद हापुड़ व संदीप तोमर पुत्र ऋषिपाल सिंह तोमर निवासी 47 गायत्री नगर शाहजहॉपुर जनपद हापुड़ के साथ मिलकर वर्ष-2018 से फर्जी तरीके से नौकरी की तलाश कर रहे युवकों को भ्रमित कर सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करता हूं। चूकि मैं सेना में नौकरी करता हूॅ इसलिए लोग मेरी बातों पर यकीन कर लेते है।
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