मेरठ 29 जुलाई (चमकता युग) मेरठ में कंकरखेड़ा के गौरव ने जान पर खेलकर दो बच्चों की जान बचा ली। अपनी जान की परवाह न करते हुए गौरव ने कासमपुर नाले में डूब रहे दो बच्चों को पानी से बाहर निकाला, वरना बड़ा हादसा हो जाता। इसके बाद बच्चे के परिजनों को सूचना देकर बुलाया गया। इस दौरान जिस किसी ने भी गौरव की बहादुरी का किस्सा सुना, उसी ने गौरव की पीठ थपथपाई।
लाला मोहम्मदपुर गांव निवासी शाहिद का 9 साल का बेटा शिफान बुधवार दोपहर कासमपुर की तरफ साइकिल चलाते हुए पहुंच गया। बारिश के कारण चूंकि नाला दिखाई नहीं दे रहा था, इसलिए शिफान साइकिल समेत इसी 10 फीट गहरे नाले में समा गया। वहीं पास ही खड़े गए अन्य किशोर ने हादसा देखा और शिफान को बचाने का प्रयास किया, लेकिन खुद भी नाले में गिर गया।
इस बीच कासमपुर निवासी गौरव लोधी ने घटना देख ली। 12वीं कक्षा के छात्र गौरव ने एक मिनट भी नहीं गवाया और तुरंत ही नाले में कूद गया। इसके बाद काफी प्रयास कर गौरव ने पहले शिफान को बाहर निकाला और इसके बाद दूसरे किशोर को बाहर निकाला गया।
इस दौरान आसपास के लोग भी जमा हो गए और गौरव की मदद की। दोनों बच्चों के सकुशल नाले से निकालने के बाद इन बच्चों से पूछताछ की गई। शिफान ने परिजनों के बारे में बताया और इसके बाद सूचना देने के लिए एक व्यक्ति को घर पर भेजा गया। दूसरा किशोर भी खुद अपने घर चला गया। इसके बाद शिफान के नाना और परिवार के कुछ अन्य लोग गौरव लोधी के घर पर पहुंचे। यहां पर सभी ने गौरव की बहादुरी को सलाम किया। इस दौरान शिफान के परिजनों ने आभार जताया और गौरव के परिजनों को शुक्रिया कहा।
गौरव बोला, स्कूल में सिखाया मदद करना
गौरव ने बताया कि उसे स्कूल और घर पर दूसरे लोगों की मदद करना सिखाया गया है। जब बच्चे नाले में डूब रहे तो उनकी मदद करने के अलावा दिमाग में कुछ नहीं आया। इसलिए ही बिना इंतजार किए वह खुद ही नाले में कूद पड़ा और दोनों को बचाया। इस दौरान मोहल्ले के कुछ लोगों ने गौरव को ऐसे बेहतरीन काम के लिए बधाई भी दी।
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