हम प्रतिज्ञान करते है कि हम संवैधानिक आदर्षों, संस्थाओं, राष्ट्रध्वज व राष्ट्रीय प्रतीको का आदर करेगे।
मेरठ 26 नवंबर (चमकता युग) भारत के संविधान दिवस के उपलक्ष्य में लखनऊ/दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम का सजीव प्रसारण एल.ई.डी वैन के माध्यम से कचहरी परिसर व अन्य स्थानो पर किया गया। सभी ने महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री का उद्बोधन का सजीव प्रसारण देखा। वहीं कलेक्ट्रेट में अपने कार्यालय कक्ष में जिलाधिकारी के.बालाजी ने अधिकारियों व कर्मचारियों को संविधान के मौलिक कर्तव्यों की शपथ व संविधान की प्रस्तावना का पाठन कराया। जिलाधिकारी ने कहा कि संविधान में मौलिक अधिकारों के साथ मौलिक कर्तव्यों का भी वर्णन है। हमें इन मौलिक कर्तव्यों को भी सदा याद रखते हुये उन पर अमल करना चाहिए। उन्होंने बताया कि भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को बनकर तैयार हुआ तथा संविधान सभा ने इसी दिन संविधान को पूरा कर राष्ट्र को समर्पित किया। 26 जनवरी 1950 से संविधान अमल में लाया गया। जिलाधिकारी के.बालाजी ने अधिकारियों व कर्मचारियों को मौलिक अधिकारों की शपथ दिलायी। मौलिक कर्तव्यों की शपथ इस प्रकार है-हम सत्य, निष्ठा से प्रतिज्ञान करते है कि भारत के संविधान में दिए गए मूल कर्तव्यों का पालन करेंगे। संवैधानिक आदर्षों, संस्थाओं, राष्ट्रध्वज व राष्ट्रीय प्रतीको का आदर करेंगे। देष की सम्प्रभुता अखंडता की रक्षा करेंगे। महिलाओं का सम्मान करेंगे। हिंसा से दूर रहकर बंधुता बढ़ाएगें। सामासिक संस्कृति का संवर्द्धन व पर्यावरण का संरक्षण करेंगे। वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास करेंगे। सार्वजनिक सम्पत्ति की रक्षा करेंगे। व्यक्तिगत व सामूहिक गतिविधि में उत्कृष्टता बढाएगें। सबको षिक्षा के अवसर प्रदान करेंगे एवं स्वतंत्रता आंदोलन के आदर्षों को बढावा देंगे। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नगर दिवाकर सिंह सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment