Wednesday, 5 January 2022

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना: फ्री तेल, दाल और नमक की घोषणा, गरीबों के लिये राहत।

मेरठ 04 जनवरी (चमकता युग) पी.एम मोदी और योगी सरकार की कुकिंग ऑयल, दाल और नमक फ्री देने की घोषणा गरीबों के लिये वरदान साबित हो रही है।योगी सरकार ने फ्री अनाज देने के अलावा दिसंबर से अगले चार महीने तक कुकिंग ऑयल, दाल और नमक भी राशनकार्ड धारकों को मुफ्त में देने का ऐलान किया है। सरकार का मानना है कि कोरोना ने लोगों की कमाई पर काफी असर डाला है इस नई घोषणा से लोगों को राहत मिलेगी। योगी सरकार की नई घोषणा से लोग अपनी खुशी का इजहार कर रहे हैं। सरकार ने 1 किलो नमक, 1 लीटर सरसों या फिर रिफाइंड तेल, दाल और 1 किलो नमक हर परिवार को देने की घोषणा की है। जो दिसंबर से लागू हो गयी है और मार्च 2022 तक चालू रहेगी। इसके साथ ही 5 किलो चावल और गेहूं भी फ्री मिलेगा। अनुमान है कि उत्तर प्रदेश में 15 करोड़ लोगों को सरकार की नई योजना का लाभ मिलने जा रहा है। वन नेशन वन राशन कार्ड योजना की जमीनी हकीकत जानने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने मुहिम तेज कर दी है। खाद्य विभाग की टीमें गांवों में जाकर इस बात का पता लगा रही हैं कि दूसरे राज्यों के राशनकार्ड धारकों को राशन मिल पा रहा है या नहीं। एक टीम उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में भी पहुची। यहां 18 ऐसे लोग हैं जिनका राशनकार्ड दूसरे राज्यों का है और पाया गया कि यहां उन्हें राशन यहां मिल रहा है।कोरोनाकाल मे केंद्र सरकार की योजना बरदान साबित हुई। उत्तर प्रदेश में 12883 दूसरे राज्यों के राशन कार्डधारक सरकारी दुकान से राशन मिल रहा है। केंद्र सरकार की ओर से वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना शुरू होने के बाद कोई भी राशन कार्डधारक पूरे देश में किसी भी स्थान से सरकारी राशन की दुकान से राशन ले सकता है। उत्तर प्रदेश में एफ.सी.आई यानी फ़ूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया 55 साइलो बनाने जा रहा है। माना जा रहा है कि जिसके बाद न सिर्फ अनाज की बर्बादी को रोका जा सकेगा बल्कि लंबे समय तक गोदाम में सुरक्षित भी रहेगा। पांच लाख मीट्रिक टन की क्षमता वाले 11 साइलो अगले साल फरवरी तक तैयार हो जाएंगे। बाकी 2024 तक तैयार करने का लक्ष्य है। साइलो स्टोरेज एक विशाल स्टील का ढाँचा होता है जिसमें बड़ी मात्रा में गेंहू या चावल स्टोर किया जाता है। इसमें कई विशाल बेलनाकार टैंक होते हैं। नमी और तापमान से प्रभावित हुए बिना इनमें अनाज लंबे समय तक स्टोर रहता है। साइलो में रेलवे साइडिंग के जरिये बड़ी मात्रा में अनाज की लोडिंग या फिर अनलोडिंग की जा सकती है। इससे भंडारण और परिवहन के दौरान होने वाले अनाज के नुकसान में भी काफी कमी आएगी। कनाडा की तकनीक पर बड़े भंडार गृह बनने के बाद उत्तर प्रदेश में हर साल लाखों टन अनाज की बर्बादी रोका जा सकेगा। साइलो टैंक में बिना बोरी के 10 साल तक अनाज सुरक्षित रखा जा सकता है। अभी अनाज भंडारण की क्षमता कम होने के वजह से अनाज को टीन शेड या फिर कई जगह पन्नी से ढककर भी रखना पड़ता है। खुले में स्टोर होने की वजह से खाद्यान हर साल बड़ी मात्रा में खराब भी हो जाता है।अनाज को स्टोर करने की जगह की दिक्कत होने की वजह से बफर स्टाक बढ़ाने में भी समस्याएं आती हैं। लेकिन माना जा रहा है कि साइलो बनने के बाद न सिर्फ अनाज लंबे समय तक स्टोर किया जाएगा बल्कि इसकी बर्बादी भी रुकेगी।

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