नर्सिंग होम दे रहें हैं मानकों के अभाव में मरीजों को दावत।
मोदीनगर 04 अप्रैल (CY न्यूज़) आजकल नगर में नर्सिंग होम कुकर मुत्तों की तरह खुल गये है और खुल रहे है ? साथ- साथ मानकों के अभाव में दुर्घटनाओं की संभावनाओं को भी बढ़ावा देने में पीछे नहीं हैं । स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही एवं सुविधा शुल्क के चलते अपना इलाज करा रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारी भी न मालूम क्यों इस ओर ध्यान नहीं देते हैं, जबकि किसी भी आपदा से निपटने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों का कार्य है। देश में बड़ रहे अग्नि काण्डों से अग्नि शमन अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं प्रशासनिक अधिकारी भ्रष्टाचार के चलते इस ओर से आँखें चुराये मूक दर्शक बने बैठे हैं। यदि हमारे देश के लेखपाल, प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस विभाग भ्रष्टाचार च एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पर भ्रष्टाचार का अंकुश लग जाये तो हमारे देश में भ्रष्टाचार ना के बराबर रह जाएगा ? नर्सिग होमों का रजिस्ट्रेशन करते समय भी स्वास्थ्य विभाग भ्रष्टाचार के चलते इस ओर कोई ध्यान नहीं देता है। अग्नि शमन विभाग से एवं संबंधित प्राधिकरण से सम्पूर्ण अनापत्ति भी जारी नहीं कराया जाता है। नर्सिंग होमों में सेट बैक नहीं है, समुचित पानी की टंकी नहीं है, अधिकांश नर्सिंग होम में डोजल व बिजली से चलने पम्प तक नहीं हैं। नर्सिंग होमों में मरीजों के आवागमन के समुचित व्यवस्था तक नहीं हैं, नर्सिंग होमों में छोटे-छोटे कमरे, छोटी गैलरी के आमने सामने मिलेंगे। जहाँ पर आपात स्थिति में मरीजों व तिमारदारों का आवागमन बहुत ही मुश्किल हो जाएगा। मानक तो बहुत है पर आज इतना ही। स्वास्थ्य विभाग की चाहिए कि नर्सिंग होमों का रजिस्ट्रेशन करने से पूर्व मानकों को पूरा करा ले, जिससे दुर्घटनाओं में जान माल की हानि न हो।

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