बिना मरीज की मर्जी से कोरे कागज पर अब नहीं परिजनों के हस्ताक्षर करा पाएंगे निजी अस्पताल।
मेरठ 31 जुलाई (CY न्यूज) श्री भूषण व कमल हॉस्पिटल द्वारा नामी गिरामी चिकित्सक के नाम पर मरीज को ऑपरेशन करने के बाद से स्वास्थ्य विभाग फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। इस प्रकार का फर्जीवाड़ा आगे से न हो सके। इसके लिये अब जिले में सभी अस्पताल, चिकित्सकों को दिशा निर्देश जारी करते हुए सी.एम.ओ कार्यालय में शपथ देना हो गया। इसके लिये सभी अस्पतालों व चिकित्सकों ने अपनी सहमति दे दी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन नर्सिंग होम एसोसिएशन पदाधिकारियों की सी.एम.ओ से वार्ता की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.अखिलेश मोहन ने बताया कि जिले में संचालित होने वाले अस्पताल, क्लीनक रजिस्ट्रेशन आयुष्मान योजना समेत अन्य योजनाओं के पैनल के अस्पतालों में मरीजों के इलाज में खामियां को दूर करने के लिये सुधार किया जा रहा है। दिशा निर्देश के तहत सभी अस्पताल रजिस्ट्रेशन में लगाए चिकित्सक के प्रमाण पत्र, शपथ पत्र को कार्यालय में आकर सत्यापित कराएंगे। चिकित्सक, अस्पतालों के व्हाट्सएप समेत अन्य माध्यम से कार्यालय में उपस्थित होकर सत्यापन के लिये बुलाया जाएगा। मरीजों के डिस्चार्ज कार्ड पर केस हिस्ट्री में चिकित्सक के नोट्स, नाम होम, रजिस्ट्रेशन नम्बर और मुहर अवश्य दर्ज की जाएगी। मरीज के भर्ती होने पर हर दिन स्वास्थ्य की स्थिति, गंभीरता, इलाज में लगभग खर्च का ब्योरा फाइल में दर्ज कराना होगा। मरीज की बिना सहमति फाइल में कोरे कागज पर परिजनों के हस्ताक्षर नहीं कराए जाएंगे। अस्पताल में भर्ती मरीज अपनी मर्जी से किसी भी मेडिकल स्टोर से दवा खरीद सकेगा। इसके लिए मरीज को दवाओं का बिल उपलब्ध कराना होगा।
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