मेरठ 24 अगस्त (CY न्यूज) आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत लाभार्थियों की पहचान अब आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से भी हो सकेगी। आशा कार्यकर्ता न केवल लाभार्थियों की पहचान करेंगी बल्कि फेस ऑथेंटिकेशन एप्लीकेशन के माध्यम से आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए उनको चिन्हित भी करेंगी। शासन के इस प्रयास से कोई भी लाभार्थी आयुष्मान कार्ड से वंचित नहीं रह जाएगा और सभी योजना का लाभ ले सकेंगे। आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के नोडल अधिकारी डा.विश्वास चौधरी ने बताया-फेस ऑथेंटिकेशन एप्लीकेशन मोबाइल एप है। इसके माध्यम से आशा कार्यकर्ता जनपद के उन लाभार्थियों की पहचान करेंगी, जिनके आयुष्मान कार्ड अब तक नहीं बन पाये हैं। उन्होंने बताया स्टेट हेल्थ एजेंसी साचीस की मुख्य कार्यपालक अधिकारी संगीता सिंह के निर्देश पर आशा कार्यकर्ताओं को मोबाइल एप का प्रशिक्षण दिया जाना है। मोबाइल एप के माध्यम से आशा कार्यकर्ता फेस ऑथेंटिकेशन करते हुए लाभार्थी का चिन्हांकन करेंगी व उनका आयुष्मान कार्ड बनाने का काम करेंगी। इस काम के लिए आशा कार्यकर्ता को प्रतिकार्ड निश्चित धनराशि प्रोत्साहन के रूप में सीधे उनके बैंक खाते में स्थानांतरित करने भी योजना है। उन्होंने बताया जनपद में आशा कार्यकर्ताओं को मोबाइल एप का प्रशिक्षण देने के लिए ब्लाक में तैनात ब्लाक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (बी.सी.पी.एम) को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया है। उनको प्रशिक्षण दिया जा चुका है। बी.सी.पी.एम शीघ्र ही आशा संगिनी और आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देंगे।
ऐसे होगा फेस ऑथेंटिकेशन:
फेस ऑथेंटिकेशन एप्लीकेशन मोबाइल एप पर के.वाई.सी के माध्यम से लाभार्थी का चिन्हांकन और उसका आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए आधार कार्ड के आधार पर उसकी पहचान की जाएगी और फिर विभिन्न प्रक्रिया से गुजरते हुए सभी जरूरी जानकारी एप पर दिये गये फार्म में भरनी होगी। इसके लिए चार डिजिट का एक पिन जनरेट होगा और छह डिजिट का ओ.टी.पी वनटाइम पासवर्ड आएगा। यह प्रक्रिया पूरी करने के बाद यह पता चल जाएगा कि संबंधित व्यक्ति योजना का पात्र हैं कि नहीं। यदि वह व्यक्ति पात्र होगा तो फेस ऑथेंटिकेशन के आधार पर उसका आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। इस कार्य का किसी लाभार्थी को कोई शुल्क नहीं देना है।
अनजान व्यक्ति अथवा फोन पर किसी को न दें ओ.टी.पी और पिन की जानकारी:
डा.विश्वास चौधरी ने अपील की है कि क्षेत्रीय आशा के अलावा किसी अनजान व्यक्ति को फोन पर ओ.टी.पी अथवा पिन की जानकारी नहीं देनी है। कई बार योजनाओं के एप जारी होते ही ठग सक्रिय हो जाते हैं। बता दें कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से आच्छादित परिवार को प्रतिवर्ष प्रति परिवार पांच लाख रुपये तक के निशुल्क उपचार की सुविधा दी जाती है।

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