राज्य नगरीय विकास अभिकरण सूडा लखनऊ निदेशक से शिकायत।
मेरठ 09 अक्टूबर (CY न्यूज) वैबकॉस कंपनी से निष्काषित हुए प्रबंधक पर गंभीर आरोप जड़े गए हैं। जिसकी शिकायत राज्य नगरीय विकास अभिकरण सूडा लखनऊ में की गई है। सूडा निदेशक से की गई शिकायत में बताया गया, प्रबंधक को भ्रष्टाचार और मारपीट के कारण अप्रेल 2021 में निष्काषित कर दिया था। शिकायत में सवाल उठाया गया है कि निष्काषित कर्मचारी कैसे प्रबंधक की कुर्सी पर बैठ सकता है। पीओ डूडा ने जांच करने की बात कही है। भाटवाड़ा निवासी चित्रा पत्नी जगपाल ने बताया, वैबकॉस कंपनी द्वारा गत 13 अप्रेल 2021 में भ्रष्टाचार और मारपीट के कारण मेरठ के प्रबंधक को निष्काषित कर दिया गया था। निष्काषित होने के बाद वर्तमान में प्रबंधक ने फिर से कुर्सी पर कब्जा जमा लिया है और वे प्रधानमंत्री आवास योजना में कार्य कर रहे हैं। प्रबंधक ने जनपद में अपने लोगों को छोड़ रखा है, जो पात्र लाभार्थियों से पीएम आवास योजना के तहत उनका मकान बनवाने के लिए 50 हजार रुपये में सौदा कर रहे हैं। जो लाभार्थी पैसा दे देता है, उनका नाम लिस्ट में आ जाता है, जो पैसा नहीं देता वह पात्र होते हुए भी लाभ से वंचित रह जाता है। और उनका नाम अपात्र की लिस्ट में डाल दिया जाता है। आरोप लगाया, प्रबंधक ने ऐसे लाभार्थियों को योजना का लाभ दे दिया जो पात्र नहीं है, जिनके पास कोई प्लॉट है ही नहीं। शिकायतकर्ता ने सवाल उठाया, जिसे 2021 में निष्काषित कर दिया, उसे दोबारा प्रबंधक की कुर्सी पर किस आधार पर बैठाया गया। राज्य नगरीय विकास अभिकरण सूडा लखनऊ निदेशक से शिकायत की गई है। इस संबंध में नगरायुक्त ने बताया, जांच के आदेश दे दिए है। पीओ डूडा ने कहा, जांच की जा रही है। मामले की जल्द ही रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंप दी जाएगी।

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