मिल्खा सिंह को 3 जून को पीजीआई में भर्ती कराया गया था। इससे पहले उनका घर पर ही इलाज चल रहा था लेकिन ऑक्सीजन लेवल कम होने पर अस्पताल ले जाया गया। हालांकि वे बुधवार को कोरोना नेगेटिव आ गए थे। इसके बाद उन्हें कोविड आईसीयू से सामान्य आईसीयू में भेज दिया गया था। लेकिन इस बीमारी के चलते हुई जटिलताओं के कारण। उनकी हालत गंभीर हो गई थी। इसके तहते शुक्रवार को उनका ऑक्सीजन स्तर कम हो गया था और बुखार आया था। अस्पताल के सूत्रों ने बताया था कि उनकी हालत गंभीर हो गई थी।
इसके बाद उनके परिवार की ओर से भी बयान आया था। इसमें कहा गया था मिल्खा जी के लिये दिन थोड़ा मुश्किल रहा। लेकिन वह इससे संघर्ष कर रहे हैं।श्इससे पहले उनकी पत्नी निर्मल कौर का कोविड.19 संक्रमण से जूझते हुए 13 जून को मोहाली में एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था। कौर खुद एथलीट रही थीं। वह भारतीय महिला वॉलीबॉल टीम की कप्तान रह चुकी थीं। मिल्खा सिंह के साथ निर्मल कौर की शादी साल 1962 में हुई थी। इन दोनों के दो बच्चे हैं। एक बेटा जीव मिल्खा सिंह जो भारतीय गोल्फर हैं। और दूसरी उनकी बेटी जो अमेरिका में डॉक्टर हैं।
ओलिपिंक मेडल से चूक गये थे मिल्खा
मिल्खा सिंह ने चार बार एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता है। साथ ही वह 1958 कॉमनवेल्थ गेम्स के चैंपियन भी हैं फिर 1960 के रोम ओलिंपिक खेलों में 400 मीटर की दौड़ में वे मामूली अंतर से पदक से चूक गए थे और चैथे स्थान पर रहे थे। वे 1956 और 1964 के ओलिंपिक खेलों में भी शामिल हुए थे। 1959 में उन्हें पद्मश्री सम्मान मिला था ।


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