मेरठ में एनआइए की टीम पहले से ही मौजूद है। टीम ने यहां खालिस्तनी लिबरेशन फोर्स के एक सदस्य को पंजाब से लेकर मेरठ आई है। यहां एनआइए की टीम पहले से सख्ती से जांच कर रही है। अब पुलिस टीम भी लखनऊ में हुई घटना को लेकर सतर्क हो गई है। बता दें कि पिछले गुरुवार को एनआइए की छह सदस्यीय टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ रामराज निवासी गगनदीप के घर की तलाशी ली थी। एनआइए को गगनदीप के घर से आधार कार्डऔर उसके लैपटाप से कुछ साक्ष्य मिले थे, लेकिन एनआइए की छापेमारी से एक दिन पहले गगनदीप दहेज उत्पीड़न के एक मुकदमे में जमानत तुड़वाकर जेल चला गया था। कोर्ट से अग्रिम जमानत मिलने के बाद पंजाब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर मोहाली (पंजाब) जेल भेज दिया था। एनआइए ने रिमांड पर लेकर गगनदीप से पूछताछ की थी। जांच में सामने आया कि गगनदीप ने केएलएफ को आठ पिस्टल सप्लाई की थीं, जिन्हें मेरठ से ही खरीदा था।
शामली के कैराना से जुड़ा था आतंकी कनेक्शन
दरभंगा प्लेटफार्म पर पार्सल ब्लास्ट मामले को लेकर शामली के कैराना से तार जुड़े थे। एनआइए और सुरक्षा एंजेंसियों ने जांच पड़ताल के दौरान यहां से चार लोगों को गिरफ्तार किया था। इसमें से हैदराबाद से दो सगे भाइयों इमरान मलिक व नासिर खान को गिरफ्तार किया था। ये दोनों भाई हैदराबाद में कपड़ा बेचने का काम करते थे। जिनका कनेक्शन लश्कर ए तैयबा से जुड़ा हुआ था। वहीं पकड़े गए अन्य के तार भी आतंकियों से जुड़े हुए मिले थे।

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