नई दिल्ली (एजेंसी) 26 अगस्त (CY न्यूज) देश के चीफ जस्टिस एन.वी रमना के कार्यकाल का शुक्रवार अंतिम दिन रहा। 48वें मुख्य न्यायाधीश ने शुक्रवार को समारोह पीठ को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने लंबित मामलों को एक बड़ी चुनौती बताया। इसके साथ ही उन्होंने और मामलों की सूची और मामलों की सुनवाई के कार्यक्रम के मुद्दों पर ज्यादा ध्यान नहीं देने पर खेद व्यक्त किया। मुख्य न्यायाधीश एन.वी रमना ने अपने कार्यकाल की आखिरी समारोह पीठ में सभी से माफी मांगी। पीठ को संबोधित करते हुए कहा कि आई एम सॉरी, सोलह महीनों में सिर्फ पचास दिन ही प्रभावी और पूर्णकालिक सुनवाई कर पाया हूं। उन्होंने आगे कहा कि कोविड-19 के कारण कोर्ट पूरी तरह काम नहीं कर पाया, लेकिन उन्होंने पूरी कोशिश की, ताकि सुप्रीम कोर्ट का कामकाज सुचारू रूप से चलता रहे। वहीं औपचारिक पीठ ने कहा, 'संबंधित लोगों ने मॉड्यूल विकसित करने का प्रयास किया, हालांकि सुरक्षा मुद्दों और अनुकूलता के कारण, बहुत प्रगति नहीं हुई थी, और इस मुद्दे को हल करने के लिए आधुनिक तकनीक को तैनात करने की आवश्यकता है।
न्यायमूर्ति रमना ने कहा, 'आम हम सभी आम आदमी को त्वरित और किफायती न्याय देने की प्रक्रिया में चर्चा और संवाद के साथ आगे बढ़ें।' उन्होंने कहा कि वह देश के संस्थान के विकास में योगदान देने वाले पहले या आखिरी नहीं होंगे। न्यायमूर्ति रमना ने कहा कि लोग आएंगे और जाएंगे, लेकिन संस्था हमेशा के लिए बनी हुई है। इसके साथ ही उन्होंने संस्था की विश्वसनीयता की रक्षा करने पर जोर दिया।
No comments:
Post a Comment