मेरठ 13 अक्टूबर (CY न्यूज) मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह के अंतर्गत गुरुवार को नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पुलिस लाइन में मानसिक स्वास्थ्य शिविर आयोजन किया गया। शिविर में आये लोगों के स्वास्थ्य की जांच व उनका उपचार किया गया। स्वास्थ्य शिविर में 145 मरीजों की मानसिक स्वास्थ्य जांच की गयी। मानसिक स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ प्रभारी चिकित्सा अधिकारी (एम.ओ.आई.सी) डा.अंकुर त्यागी ने किया। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य शिविर में आये जनमानस को मानसिक रोगों के लक्षण जैसे- मन का उदास होना, नींद न आना, बेहोशी के दौरे आना, बेवजह शक करना, चिंता, घबराहट, उलझन, नशे की लत व अन्य लक्षणों के बारे में जागरूक किया गया। शिविर में जिला अस्पताल से मानसिक रोग व ओरल हाइजीन की संयुक्त टीम ने शिविर में आये मरीजों की स्वास्थ्य जांच की। शिविर में तनाव, डिप्रेशन, बीपी व ओरल हाइजीन के मरीजों की स्क्रीनिंग की गयी। चिकित्सकों ने ऐसे मरीजों को जागरूक करते हुए बताया किस प्रकार इससे बचा जा सकता है। मानसिक रोग विशेषज्ञ डा..कमलेन्द्र किशोर ने बताया जीवन शैली में काफी बदलाव आने के कारण लोगों में मानसिक तनाव की बीमारी बढ़ी है। शराब का सेवन, मोबाइल का अत्याधिक प्रयोग, शक करना आदि मानसिक रोग के लक्षण है। उन्होंने बताया इन बीमारियों से बचने के लिये घरेलू नुस्खे न अपना कर चिकित्सक से उपचार करायें। उन्होंने बताया कोरोना काल के बाद से मानसिक बीमारी के लक्षण लोगों में ज्यादा देखने को मिल रहे है। उस दौरान लोगों नेजोखौफ देखा वहअभी भी उनके जेहन में है। जिला अस्पताल की क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डा.विभा नागर ने बताया मानसिक रोगों में तेजी आयी है। इसका सबसे बड़ा कारण अज्ञानता है। लोगों के अंदर जागरूकता न होने के कारण ऐसी समस्या आ रही है। उन्होंने बताया कोरोना लोगों में मानसिक रोग का सबसे बड़ा कारण बन रहा है। टेक्नोलॉजी ने हमें गुलाम बना दिया। उन्होंने बताया मानसिक रोग होने पर व्यक्ति से नकारात्मक बातें न कर पॉजिटिव बातें करे। चिकित्सक को समय-समय पर दिखाते रहे। इस मौके पर डा.विनीता, एन.सी डी संदीप, वर्षा, रजनी, अंशू आदि मौजूद रहे।

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